दो हज़ार का नोट ताजमहल बन गया,छुट्टे पैसे मिल नही रहे,कार्ड चल नही रहे।हर तरफ़ त्राहि-त्राहि,हर तरफ़ प्रघान सेवक का तांडव जारी।
दो हज़ार का नोट ताजमहल बन गया,छुट्टे पैसे मिल नही रहे,कार्ड चल नही रहे।हर तरफ़ त्राहि-त्राहि,हर तरफ़ प्रघान सेवक का तांडव जारी।
No comments:
Post a Comment