बहनजी की लखनऊ रैली प्रत्याशियों के पैसे की बर्बादी है।
सब जानते है कि बहनजी की भीड़ कैसे पैसों के बल पर बँटोर कर लाई जाती है।बहनजी की रैली बहनजी पर ही उलटी पड़ रही है।बहनजी बुरी तरह घबरा गई है,तमाम जगह रैली करने का नतीजा क्या हुआ,पार्टी के ख़ास और बड़े नेता घबरा-२ कर पार्टी छोड़कर भाग रहे है,टिकट का रेट बढ़ने की जगह घट रहा है।बहनजी ने टिकट इतना महँगा कर दिया है, प्रत्याशी की viability आ ही नही रही है।पहले १० करोड देकर टिकट लो,फिर १० करोड चुनाव प्रचार मे लगाओ।विधायक बनने की कोई गारण्टी नही है।MIM मे टिकट का कोई पैसा नही लग रहा,पार्टी उप्र की ४०३ सीटों पर चुनाव लड़ रही है,२०-५० हज़ार वोट साथ मे मिल रहा है,आदमी शर्तिया विधायक बन रहा है,प्रत्याशियों की लाइन लगी हुई है।बहनजी की ज़मीन ख़िसक गई है,५० विधायक पार होना मुश्किल लग रहा है।मुसलिम सारा वोट एकतरफा MIM को ट्रान्सफर हो गया है।बहनजी से obc/दलित खिसक गया है,दुसरी पाटियों की तरफ़ चला गया है।मुल्ला मुलाम,माफ़ियाओ से पैसे लेकर टिकट दे रहा है,जेल/मुक़दमों मे राहत दे रहा है,बहनजी/मुल्ला मुलाम को सिर्फ़ पैसा चाहिए।बहनजी/मुल्ला मुलाम की राजनीति outdated हो गई है।ये वक़्त की नज़ाकत को नही समझ रहे है।दोनों २५-५०सीट पर सिमट कर अपना राजनैतिक वजूद ख़त्म कर लेंगे।MIM को गरीब,बेरोजगार,किसान,आदि सब जबरदस्त समर्थन कर रहे है,MIM की पूर्ण बहुमत का सरकार बनने जा रहा है।
ये चुनाव उप्र को जबरदस्त भारी पड़ने जा रहा है,कमल,साइकिल,पँजा हज़ारों करोड लगा रहे है।चुनाव प्रचार पैसे की बरसात होने जा रही है,लेकिन पैसे का फायदा उप्र को नही होने जा रहा है,बल्कि प्रदेश का लाख करोड प्रदेश के बाहर जा रहा है,electronic media(दिल्ली से) को हज़ारों करोड सरकारी/पार्टी फ़ंड से प्रचार के लिए मिल रहे है,हज़ारों करोड देश की नामचीन एडवरटाइज़िंग ऐजेन्सीयो(दिल्ली/मुम्बई से) को दे दिया गया।मुम्बई/दिल्ली की हैलिकॉप्टर कंपंनीयो से चुनाव प्रचार के लिए ३० हेलिकॉप्टर की बुकिंग एडवांस मे हो चुकी है,सारे नेता हवा-हवाई बनकर रहेंगे।चुनावी रैलियों के लिए event management कंपनीयो(मुम्बई/दिल्ली) को हज़ारों करोड की बुकिंग दी जा चुकी है,कमल के सहाब की एक सभा ५ करोड(सिर्फ़ event Mgmt कं को,बाक़ी ख़र्चा अलग) की बैठती है।हज़ारों करोड की चुनाव सामग्री की प्रिंटिग प्रदेश के बहार नामचीन प्रिंटिग कं उन्नत चीनी/जर्मन मशीनों से कर रही है।कमल,साइकिल,हाथी,पँजा सब दिल्ली मे बैठकर चुनाव प्रचार की रणनीति बना रहे है और वही के लोगों को ऑडर दे रहे है।दिल्ली/मुम्बई/बैंगलोर की आईटी कं को पार्टियों से हज़ारों सीट के कोल सेन्टर मिल रहे है।सोशल मीडिया हैन्डल करने के लिए आईटी कं मोटी रक़म चार्ज कर रही है।प्रशांत किशोर जैसो की कंपनियाँ प्रचार के नाम पर हज़ारों करोड ऐंठ रही है।चुनाव प्रचार भी एक घंघा हो गया है।टिकट वितरण का हज़ारों करोड विदेश जा रहा है।कुल मिलाकर सारी पार्टीयाँ चुनाव प्रचार मे एक लाख करोड लगवाकर उप्र का सौदा सत्ता के दलालों से कर बैठी है।
कौम से पुर्वी उप्र के दलाल साइकिल,कौम के मध्य उप्र के दलाल पँजा से,कौम के पश्चिम उप्र के दलाल कमल आदि,आदि से गठबंधन कर बैठे है,इन्हें कौम की चिन्ता नही,बस किसी भी क़ीमत पर इनकी सुविघाये बरक़रार रहे।
भाईयो जाग जाओ,कौम और प्रदेश के लिए एक हो जाओ।हैदराबाद से कौम का मसीहा आया है,दुवारा नही आयेगा,जाग जाओ नही तो बहुत देर हो जायेगी।ग़रीबों,मजलुमो की पार्टी MIM को जीताकर अपनी सरकार बनाओ।भष्टाचार और घिक्कार से छुटकारा पाओ।
सत्ता के दलालों होश मे आओ,क्रान्ति पैसे से नही विचार से आती है।
ये एक क्रान्ति है,और उप्र मे आकर रहेगी।
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