मजलिस एक धाकड नेता की जोशीली पार्टी है ,एक स्वस्फूर्त आन्दोलन है,फ़िरक़ापरस्तों के अत्याचार के ख़िलाफ़ एक मज़बूत/एकमात्र आवाज़ है।फेंकू/संघियों को सबक़ सिखाने के लिए युवा लामबंद हुआ है,२०१४ की हार का बदला २०१७ मे उ प्र मे तथा २०१९ मे सारे देश मे परास्त कर लेना है।फिरकापरस्तो ने हज़ारों करोड ख़र्च करके सदस्य बनाये है जबकि मजलिस के दिवानें ख़ुद लग-२ कर(पीछे पड़-२ कर) मजलिस के सदस्य बने है(पार्टी द्वारा बिना पैसा ख़र्च किये)।अभी भी लोगों को पता नही है कि कैसे सदस्य बनना है,रोज़ तमाम लोगों के मैसेज आते है भाई हमे मजलिस से जुड़ना है।४ करोड लोगों मे से १५ लाख लोग मजलिस के सदस्य है।हर २५ आदमी मे से १ आदमी मजलिस का सदस्य है।इतना जबरदस्त अनुपात दुनिया की किसी पार्टी मे नही है।मजलिस एक तुफान है,सबको उखाड़ फेंकेगी।युवा जोश-खरोस से लबरेज़ है,युवा बुज़ुर्गों की सरपरस्ती/निर्देशन मे मज़बूती से आगे बढ़ रहे है।मुस्लिम वोट एकजुट है,दलालों से दूर है,बसपा-सपा की प्रदेश से सफ़ाई की तैयारी है।कोई पार्टी १०० का आँकड़ा छू नही पायेगी।मजलिस की सरकार बनने जा रही है।इलेकशन आने दो मजलिस के आफिस के बाहर टिकट लेने वालों का लाइन लगी होगी।पार्टी हाईकमान के पास मज़बूत प्रत्याशीयो की सूची तैयार है।हम पैसे के बल पर नही ,मज़बूत प्रत्याशी को ही टिकट देगे।
छोटू की सरकार ने घोषणा करी है कि वो १० करोड लोगों को चुनाव जितने के बाद स्मार्ट मोबाइल(रू १०,००० क़ीमत का)देगी।यानी जनता का १,००,००० करोड बरबाद(मोबाइल lifecycle 2-3 साल)।
१,००,००० करोड लगाने पर तो हम प्रदेश से समस्त गरीबी,बेरोजगारी मिटा देगे;प्रदेश के सारे चिकित्सालय आधुनिक चिकित्सीय उपकरणों से लैस होगे,१० आईटी जिले बना देगे,२० नये औघोगिक जिले बना देगे,एक्सप्रेस हाईवे बना देगे,एयरपोर्ट बना देगे,सारी नदीयो को आपस में जोड़ देगे,सारे बस अड्डे हाईटेक बना देगे(Volvo bus से लैस),किसानों की सप्लाई चैन(cold/dry) स्थापित कर देगे,सबके पक्के मकान बना देगे।
और सबसे ऊपर भाईयों ये पैसे ख़त्म नही होगे,ये वापसी सरकार के ख़ज़ाने मे बढ़कर जमा हो जायेगे।
इसे कहते है जनता के हित में सरकार की नीति, न कि चुनाव जीतने के लिए नेताओं द्वारा जनता के पैसे(सरकार के) की बरवादी।
जय हिन्द!जय मीम!जय बेरोज़गार!जय गरीब!जय किसान!
No comments:
Post a Comment